गुरुवार, 18 मार्च 2010

आदमी

आश्रय देने पर सिरपर चढ़ता है।
२ उपदेश देने पर मुड़कर बैठता है ।
३ आदर करने पर खुशामद समझता है।
४ उपकार करने पर अस्वीकार करता है।
५ विश्वास करने पर हानि पहुंचता है।
६ क्षमा करने पर दुर्बल समझता है।
७ प्यार करने पर आघात करता है।
क्या यह चरित्र उचित है ?

१ आश्रय देने पर उसका हमेशा एह्सामन्द होना चाहिए।
२ कोई अच्छे कार्य के लिए कुछ उपदेश दे तो उसका पालन करना चाहिए।
३ कोई सच्चे मन से आदर सत्कार करे तो उसकी प्रतिष्ठा बनाए रखनी चाहिए।
४ कोई ह्रदय से उपकार करे तो उसे सच्चे मन से ग्रहण करना चाहिए।
५ विश्वास करने पर उसे कभी ठेस नहीं पहुंचाना चाहिए।
६ अपनी गलती पर कोई हमें क्षमा करता है उसे दुर्बल नहीं समझना चाहिए बल्कि उसका एह्सामंद होना चाहिए।
७ यदि कोई हमसे प्यार करे तो उसके प्यार एवं विश्वास को हमेशा बनाए रखना चाहिए।

- ऐसा ही व्यक्ति चरित्रवान है।

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