शनिवार, 27 नवंबर 2010

कुछ ज्ञान की बातें

खाली समय में अपनी पुरानी डायरी के पन्ने पलटते समय बहुत समय पहले कंही से देख कर लिखी हुई कुछ ज्ञान की बातें पर नज़र गई सोची की इसे सबके साथ बाटा जाये।
इंसान को जीवन में एक बार मिलती है ---- माँ बाप, हुस्न, जवानी
भाई को भाई का दुश्मन बनाती है ---- जन, जर, जमीन
याद रखना जरुरी है ---- सच्चाई , कर्तव्य , मौत
असल उद्देश्य से रोकती है ---- चोरी, चुगली, झूठ
इंसान को जलील करती है ---- बदचलनी, गुस्सा, लालच
६ हर एक को प्यारी होती है ---- औरत,दौलत, औलाद
७ कोई दुसरा चुरा नहीं सकता ---- अक्ल, इल्म,हुनर
८ गम में घिरे रहते हैं ---- ईर्ष्यालु , काहिल, वहमी
९ निकल कर वापस नहीं आती ---- तीर कमान से, बात जबान से, आत्मा शारीर से
१० अपनी आदत पर मजबूर है ---- सच्चा सच्चाई पर, दानी दान पर, जालिम जुल्म पर
११ वक़्त पर पहचाने जाते हैं ---- धैर्यवान कठिनाई पर, सच्चा सच्चाई पर, भाई जरूरत पर

एक बात और अभी कुछ समय पहले टीवी पर "तारक मेहता का उल्टा चश्मा" देख रही थी जिसमे "कृष्णा बेन खाखरा वाली" से सम्बंधित एपिसोड था उसमे एक सीन में कृष्णा बेन गोकुलधाम सोसायटी में प्रवेश करती हैं और उनकी मुलाकात तुकाराम जी से होती है जो बोर्ड पर सुविचार लिख रहे होते हैं वे सिर्फ इतना ही लिखे रहते हैं की "प्रार्थना यानी" आगे उन्हें समझ नहीं आता की क्या लिखें तब कृष्णा बेन उसे पूरा करती हैं की " प्रार्थना यानि की बिना प्रीमियम का इन्शुरेन्स " है ना कितनी सच्ची बात ।